वेंटिलेटर नहीं बचा पा रहे कोरोना मरीजों की जान: New York
सारी दुनिया में कोरोनावायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है कोरोना से पीड़ितों की संख्या 18 लाख को पार कर गई है। इसी बीच एक और डरा देने वाली खबर सामने आ रही है। वेंटिलेटर पर कोरोना के मरीज ज्यादा मर रहे हैं। वेंटिलेटर पर आम मरीजों की 40 से 50 परसेंट तो 80 परसेंट कोरोना पीड़ितों की मौत हो रही है।
सारी दुनिया में कोरोनावायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है कोरोना से पीड़ितों की संख्या 18 लाख को पार कर गई है। इसी बीच एक और डरा देने वाली खबर सामने आ रही है। वेंटिलेटर पर कोरोना के मरीज ज्यादा मर रहे हैं। वेंटिलेटर पर आम मरीजों की 40 से 50 परसेंट तो 80 परसेंट कोरोना पीड़ितों की मौत हो रही है।
एक अजीब बात है दुनिया भर के डॉक्टर कोरोना मरीजों के उपचार के लिए जहां ज्यादा से ज्यादा वेंटिलेटर की मांग कर रहे हैं, वही कुछ डॉक्टर इस वेंटिलेटर के इस्तेमाल से भाग रहे हैं।
वुहान मैं एक अध्ययन में बताया गया कि वहां वेंटीलेटर पर रखे गए 86 परसेंट कोरोना मरीजों की मृत्यु हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी कारण स्पष्ट नहीं है। ना मालूम संक्रमण से पहले मरीज की दशा कैसी रही हो, यह वेंटिलेटर पर रखने के समय उसकी बीमारी की गंभीरता पर उसकी मौत निर्भर हो सकती है।
इसका कारण यह है कि कुछ अस्पतालों में वेंटिलेटर पर पड़े कोरोना मरीजों की असाधारण रूप से ज्यादा मौत की सूचना आई है। अब ऐसे में डॉक्टरों की चिंता होना वाजिब है कि वेंटीलेटर कुछ खास मरीजों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
विशेषज्ञ भी इस बात से हैरान है कि क्या वेंटिलेटर वाकई कोरोना पीड़ितों के लिए काल बन रहा है। वेंटिलेटर पर ज्यादा मौत के बारे में न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू कुओमो का कहना है कि निमोनिया के मरीज एक या 2 दिन से ज्यादा वेंटिलेटर पर नहीं रहते। जबकि कोरोना वायरस को जीवन रक्षक मशीन पर 10 से 15 दिनों तक रखना आम बात है फिर भी वह मर रहे हैं।
और बात करें चाइना की तो चाइना के बुहान में जहां से यह वायरस फैलना शुरू हुआ था तो वहां पर 86% मौतें वेंटिलेटर पर ही हुई हैं।
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